Monday, April 16, 2012

हमारी हसरत

हमे हसरत तो नही
उनके दिल मे रहने की
लेकीन हम उन्हे
कम से कम याद तो रहे|


हमे हसरत तो नही
उनके दिल के पास रहने की
लेकीन वो हमारे
कम से कम दिल के पास तो रहे|

--शुभा सकळकळे (१९९९)

No comments:

Post a Comment